धीरज प्रतीक्षा है लेकिन निष्क्रिय प्रतीक्षा नहीं। वह काहिली है। उस समय भी जब कि चलना कठिन और धीमा हो निरन्तर चलते जाना ही धीरज है। धीरज और समय दो सबसे अधिक शक्तिशाली योद्धा हैं
✍ तोल्सतोय
चंदन,तगर,कमल, जुही
इन (सभी)की सुगंध से शील-सदाचार की सुगंध बढ-चढ कर है